सैरगाह sairgah: बुद्धिज्म की साक्षी श्रावस्ती
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आजकल महेथ-सहेथ गांव के रूप में यूपी के गोंडा और बहराइच जिले की सीमा से सटे राप्ती नदी के तट पर स्थित श्रावस्ती के नाम को लेकर कई किंवदंतियां हैं। पुराणों में यह कौशल देश की दूसरी राजधानी थी, फिर भगवान राम के पुत्र लव ने इसे ...
सैरगाह sairgah
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आजकल महेथ-सहेथ गांव के रूप में यूपी के गोंडा और बहराइच जिले की सीमा से सटे राप्ती नदी के तट पर स्थित श्रावस्ती के नाम को लेकर कई किंवदंतियां हैं। पुराणों में यह कौशल देश की दूसरी राजधानी थी, फिर भगवान राम के पुत्र लव ने इसे ...
Sutnipat Mulpali Tatha Hindi Anupat - Google Books Result
https://books.google.co.in/books?isbn=8120823338 -
अथापरं पच रजानि लोके, येस- सतिमा विनयाय सिक्के 1 रूपेसु सदन अथो रसेसु, गल्लेसु फसीसु सहेथ राग" ।१२०।या एतेसु धम्मेसु विनेव्य अ-दं, भिन्न सतीश सुविमुत्तचिती है कालेन सो सम्मत धम्म. परिबीमंसमानो, एकोदिभूतो विहने तयं संस्कृत ( भगवा ) ।।२१।
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आजकल महेथ-सहेथ गांव के रूप में यूपी के गोंडा और बहराइच जिले की सीमा से सटे राप्ती नदी के तट पर स्थित श्रावस्ती के नाम को लेकर कई किंवदंतियां हैं। पुराणों में यह कौशल देश की दूसरी राजधानी थी, फिर भगवान राम के पुत्र लव ने इसे ...
Sutnipat Mulpali Tatha Hindi Anupat - Google Books Result
https://books.google.co.in/books?isbn=8120823338 -
अथापरं पच रजानि लोके, येस- सतिमा विनयाय सिक्के 1 रूपेसु सदन अथो रसेसु, गल्लेसु फसीसु सहेथ राग" ।१२०।या एतेसु धम्मेसु विनेव्य अ-दं, भिन्न सतीश सुविमुत्तचिती है कालेन सो सम्मत धम्म. परिबीमंसमानो, एकोदिभूतो विहने तयं संस्कृत ( भगवा ) ।।२१।
Shrenya Yug Hindi Translation Of Classical Age - Google Books Result
https://books.google.co.in/books?isbn=8120822889
अ, सं० ४०, १९३०. "दि सिरिगिरिया फे-जि" जा इ. सो. ओ. यर प, पृ० १७७ प. पृ० मार्शल, सर के एल "एक्टकेमशंस ऐट सहेथ-मद्देथ" (आ. स. इ. १९१०-११) "एक्सकेलेशंस ऐट भीटा" (आ. स. इ-, १९११-१२) गाइड टु सांची, द्वितीय संस्करण, दिल्ली, १९३६. गाइड टु हैक्तिला, तृतीय संस्करण, दिल्ली, ...
https://books.google.co.in/books?isbn=8120822889
अ, सं० ४०, १९३०. "दि सिरिगिरिया फे-जि" जा इ. सो. ओ. यर प, पृ० १७७ प. पृ० मार्शल, सर के एल "एक्टकेमशंस ऐट सहेथ-मद्देथ" (आ. स. इ. १९१०-११) "एक्सकेलेशंस ऐट भीटा" (आ. स. इ-, १९११-१२) गाइड टु सांची, द्वितीय संस्करण, दिल्ली, १९३६. गाइड टु हैक्तिला, तृतीय संस्करण, दिल्ली, ...
श्रावस्ती जिला के बारे में जानकारी, तथ्य और सभी ...
hindi.mapsofindia.com/uttar-pradesh/shravasti/
लोकसभा क्षेत्र, श्रावस्ती. विधानसभा क्षेत्र, भ्रिंगा, श्रावस्ती. भाषाएं, हिंदी, अवधी. नदियां, राप्ती. अक्षांश-देशांतर, 27.610539,81.9627. पर्यटन स्थल, महामंगोल मंदिर, महावीरा मंदिर, महेथ, सहेथ, शक्ति पीठ, गंधा कुटी, जीतावना मठ आदि. सरकारी ...
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लोकसभा क्षेत्र, श्रावस्ती. विधानसभा क्षेत्र, भ्रिंगा, श्रावस्ती. भाषाएं, हिंदी, अवधी. नदियां, राप्ती. अक्षांश-देशांतर, 27.610539,81.9627. पर्यटन स्थल, महामंगोल मंदिर, महावीरा मंदिर, महेथ, सहेथ, शक्ति पीठ, गंधा कुटी, जीतावना मठ आदि. सरकारी ...
7.1 – गण संघ तथा आरंभिक राज्यतंत्र प्रगति की जाँच
vle.du.ac.in/mod/book/print.php?id=10301...
कोसल साम्राज्य की दो राजधानियाँ थीं, उत्तर कोसल में श्रावस्ती(आधुनिक सहेथ-महेथ) तथा दक्षिण कोसल में कुशावती। इस शक्तिशाली साम्राज्य के दो महत्वपूर्ण नगर साकेत तथा अयोध्या थे। कोसल ने काशी को जीता और अपनी सत्ता को कपिलवस्तु के ...
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कोसल साम्राज्य की दो राजधानियाँ थीं, उत्तर कोसल में श्रावस्ती(आधुनिक सहेथ-महेथ) तथा दक्षिण कोसल में कुशावती। इस शक्तिशाली साम्राज्य के दो महत्वपूर्ण नगर साकेत तथा अयोध्या थे। कोसल ने काशी को जीता और अपनी सत्ता को कपिलवस्तु के ...
बुद्धकथाएँ - बुद्ध भूमि श्रावस्ती उत्तर प्रदेश जेतवन ...
https://hi-in.facebook.com/.../a.../814873998570836/
-सहेठ ------महेथ के दक्षिण-पश्चिम दिशा में कुछ ही दूरी पर स्थित सहेथ 32 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है। एक जमाने में इसी स्थान पर जेतावन मठ था। 32 एकड़ के इस क्षेत्र में अनेक मठ, स्तूप और मंदिर बने हुए हैं। बौद्ध धर्म का एक प्रारंभिक स्तूप भी यहां ...
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-सहेठ ------महेथ के दक्षिण-पश्चिम दिशा में कुछ ही दूरी पर स्थित सहेथ 32 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है। एक जमाने में इसी स्थान पर जेतावन मठ था। 32 एकड़ के इस क्षेत्र में अनेक मठ, स्तूप और मंदिर बने हुए हैं। बौद्ध धर्म का एक प्रारंभिक स्तूप भी यहां ...
बौद्ध कालीन स्थिति भारत के इतिहास में... - Hindu Jan ...
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कोशल राज्यकी राजधानी इन्हींकी सीमा पर सहेथ-महेथ गांवोंके स्थान पर श्रावस्तीथी। बुद्ध के कुछ पहले इस राज्य की राजधानी साकेत होगई थी। (4) काश्य-राज्य - बौद्ध जातकों ने इस राज्यका विस्तार दो हजार वर्गमीलबतलाया है - रामायण-काल सेचला ...
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कोशल राज्यकी राजधानी इन्हींकी सीमा पर सहेथ-महेथ गांवोंके स्थान पर श्रावस्तीथी। बुद्ध के कुछ पहले इस राज्य की राजधानी साकेत होगई थी। (4) काश्य-राज्य - बौद्ध जातकों ने इस राज्यका विस्तार दो हजार वर्गमीलबतलाया है - रामायण-काल सेचला ...
सुत्तनिपात
dharmanandkosambi.com/index.php?...
अरतिं सहेथ सयनह्मि पन्ते। चतुरो सहेय्य परिदेवधम्मे।।१५।। मराठीत अनुवाद :- ९६६ रोगानें आणि भुकेनें त्रस्त झाला असतां (तो उपद्रव) व शीत आणि अत्युष्ण हीं त्यानें सहन करावींत. त्या विघ्नांनीं अनेक रीतींनीं त्रास दिला तरी, गृहरहित राहून, ...
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अरतिं सहेथ सयनह्मि पन्ते। चतुरो सहेय्य परिदेवधम्मे।।१५।। मराठीत अनुवाद :- ९६६ रोगानें आणि भुकेनें त्रस्त झाला असतां (तो उपद्रव) व शीत आणि अत्युष्ण हीं त्यानें सहन करावींत. त्या विघ्नांनीं अनेक रीतींनीं त्रास दिला तरी, गृहरहित राहून, ...
४. अट्ठकवग्गो १. कामसुत्तं ७७२ . कामं कामयमानस्स ...
tipitaka.org/deva/cscd/s0505m.mul3.xml
९७४ . ''कोधातिमानस्स वसं न गच्छे, मूलम्पि तेसं पलिखञ्ञ तिट्ठे। अथप्पियं वा पन अप्पियं वा, अद्धा भवन्तो अभिसम्भवेय्य॥ ९७५ . ''पञ्ञं पुरक्खत्वा कल्याणपीति, विक्खम्भये तानि परिस्सयानि। अरतिं सहेथसयनम्हि पन्ते, चतुरो सहेथ परिदेवधम्मे॥ ९७६ .
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९७४ . ''कोधातिमानस्स वसं न गच्छे, मूलम्पि तेसं पलिखञ्ञ तिट्ठे। अथप्पियं वा पन अप्पियं वा, अद्धा भवन्तो अभिसम्भवेय्य॥ ९७५ . ''पञ्ञं पुरक्खत्वा कल्याणपीति, विक्खम्भये तानि परिस्सयानि। अरतिं सहेथसयनम्हि पन्ते, चतुरो सहेथ परिदेवधम्मे॥ ९७६ .
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